हिंदी कविता : परीक्षा की घडी जब, आन पडी ।

परीक्षा की घडी जब, आन पडी । हर कार्य की गति जब, हार पड़ी ।। न दिखा जब कोई सहारा । देव देव आलसी पुकारा। कर्म से भला, हमें क्या लेना। बिन काम किए, बस मिले हमें मेवा । इस सोच को जब, मन ने ललकारा। देव देव आलसी पुकारा। जब सारी दुनिया, व्यस्त गहन। […]

परीक्षा की घडी जब, आन पडी ।

परीक्षा की घडी जब, आन पडी । हर कार्य की गति जब, हार पड़ी ।। न दिखा जब कोई सहारा । देव देव आलसी पुकारा। कर्म से भला, हमें क्या लेना। बिन काम किए, बस मिले हमें मेवा । इस सोच को जब, मन ने ललकारा। देव देव आलसी पुकारा। जब सारी दुनिया, व्यस्त गहन। […]