कल्पनाओं का सृजन हुअा,
लगन से गगन छुअा,
तपन का है परिणाम ये,
सृजनात्मकता का नाम ये,
कला का है केंद्र ये,
प्रतिभाओं का मेल ये,
विज्ञान का है खेल ये,
ज्ञान का है देह ये,
अभियंताओं का अभीलेख ये,
तरुणों से विकास ये,
सृजन तो प्रयास है
यह प्रयास सफल हो
यही है निवेदन
प्रस्तुत है प्रथम अंक
“सृजन”