इच्छा शक्ति

आज सुबह जब मैं अपनी चाय का प्याला लेकर बैठी ही थी कि, इतने में एक phone call आया| देखा तो मेरे एक family friend की बेटी जो मुझे aunty कहकर संबोधित करती है, उसका कॉल था| न कोई दुआ न सलाम एकदम बोल पड़ी आंटी आज मैं बहुत दु:खी हूँ| मैंने कहा कि पहले तुम शांत हो जाओ, ठहराव लाओ, अपने विचारों में| पाँच मिनट में, मैं तुमसे बात करती हूँ| ठीक है! वह बोली ठीक है आंटी|

पांच मिनिट बाद जब मैंने कॉल किया तो उसके बात करने का तरीका ही बदल गया था| पहले बड़ी दुखी थी पर अब उसकी आवाज़ में स्थिरता थी|इसका कारण उसका मन जो बड़ा ही अशांत था, उसे कुछ ठहरने के लिए कह दिया गया| यह ठहराव ही तो,”अब आगे क्या”? इस जिज्ञासा को जन्म देती है

|एक शक्ति जो हमारे अन्दर है, जो सभी तत्वों को गति देती है, और ज्ञान देती है, उसका अनुभव कराती है–जिसको प्राप्त किये बिना मनुष्य को शांति भी नहीं है, सुख भी नहीं है |
फिर मैंने पूछा बिटिया! बताओ तो, तुम क्यों दु:खी हो? कहने लगी मुझे लगता है कि मेरी तो Engineering की Degree ही बेकार हो गई| लगता है अब तो सारा जीवन ही व्यर्थ हो गया है| माता–पिता कुछ करने ही नहीं देते|शादी की बात कर रहे हैं|

मैंने उसे समझाया कि देखो प्रतिभा! तुम्हारे अन्दर इतनी सारी प्रतिभाएं हैं, तुम क्यों परेशान होती हो? अपनी शक्ति को पहचानो| अपने बड़ों को बड़े अच्छे तरीके से समझाओ-जैसे नपे तुले शब्दों का प्रयोग करो,मीठा बोलो, कटु-शब्द तो भूल कर भी मुँह से मत निकालना|

पहली बात तो यह है कि तुम अपने में सकारात्मकता लाओ| नकारात्मक विचारों को अपने पास फटकने भी मत दो| तुम्हारी इच्छा शक्ति जितनी बलवती होगी तुम्हारा काम उतनी ही तेजी से,उतनी ही जल्दी से, और उतना ही श्रेष्ठ होगा| अपने अन्दर खुद पर विश्वास जगाओ| बिना सही व सकारात्मक विचार के और बिना परिश्रम के कोई भी कार्य असंभव है|
मन ही सुख दुःख का कारण है इसलिए यह आवश्यक है कि तुम अपने मन को शांत रखो| इसके लिए सुबह- शाम १५ -२० मिनिट ध्यान करो, गरीबों की मदद करो|

तुम्हारे अन्दर तो Fashion–Designing की कला भी है, तुमने तो इसका course भी किया हुआ है| तुम अगर यह काम शुरू कर दो तो तुम्हें तुम्हारी इंजीनियरिंग का लाभ भी, इस क्षेत्र में मिल जाएगा|
अब तो खास बात यह है कि तुम्हें अपने मन मे सकारात्मकता लानी होगी, कि मैं तो फैशन डिजाइनिंग का Business अच्छे से कर सकती हूँ|अपनी इच्छा शक्ति से क्या संभव नहीं है?
अर्थात् तुम सब कुछ कर सकती हो| निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है|

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