प्रेरणा

मैं हवाई जहाज में अपनी सीट पर बैठा था| मेरे साथ मेरे पाँच मित्र और थे| हम Trekking पर

जाकर लौट रहे थे| हमारे आगे की सीट पर कुछ लोग बैठे हुए थे| वे आपस में कुछ बातें एकदम

धीमी आवाज़ में कर रहे थे| फिर भी कुछ-कुछ सुनाई पड रहा था| वे लोग MHOW पहुँचने के

लिए गाड़ी भेजने के लिए अपने बॉस से request करने की बात कर रहे थे| इस बात से समझ

में आ गया कि वे लोग सैनिक हैं|

समय अच्छे से व्यतीत हो जायेगा, ऐसा सोचकर पास बैठे व्यक्ति से मैंने पूछा कि आप लोग

किस PURPOSE से जा रहे हैं? पोस्टिंग हो गई क्या? वे बोले नहीं , वहाँ दो सप्ताह की ट्रेनिंग है|

इसके बाद ऑपरेशन पर भेजेंगे, ऐसा कहा | एक घंटा बीता, एक अनाउंसमेंट हुआ कि जो

lunch लेना चाहते हों payment करके ले सकते हैं| मैंने सोचा लंच कर लिया जाए| मैंने अपने

साथ उन लोगों के भोजन के लिए भी पैसा जमा कर दिया | उस air hostess से request

किया कि हमें हमारे जवानों पर , उनकी देश भक्ति पर गर्व है इसीलिए मैं उन सब को भी अपनी

तरफ से लंच करवाना चाह्ताहूँ | एयर hostess का दिल इस बात से इतना खुश हुआ कि लोगों

के मन में सैनिकों के प्रति कितनी अच्छी भावनाएं और प्रेम है और उसकी आँखें भर आईं और

बोली –

-मेरा भाई कारगिल में है सर! मुझे ऐसा लगा जैसे आपने मेरे भाई को ही खाना खिलाया हो,

बोलते हुए हाथ जोड़ी | मुझे बड़ा अजीब सा लगा, मैं अपनी जगह पर आकर बैठ गया| एक आधे

घंटे में सबको लंचबॉक्स serve हुए| आगे बैठे हुए फौजियों को आश्चर्य हुआ कि हमने तो लंच

request किया ही नहीं, फिर ये कैसे आ गया? उन्होंने एयर होस्टेस से पूछा, तब एयर होस्टेस

ने कहा कि- “आपकी सीट के पीछे बैठे सज्जन की ओर से treat है,उनके शब्दों में – आप हम सब

को जो रक्षा प्रदान करते है, उसके आगे तो हम कुछ भी दें, कम ही है |आप इस देश के लिए जो

सेवा कर रहे हैं उसके लिए धन्यवाद |”

यह सुनकर सैनिक मुड़कर मेरी ओर देखकर मुस्कुराए और सहर्ष lunch स्वीकार किया|

मैं अपनी कार में चढ़ते हुए, उनकी ऐसी बेशकीमती जिंदगी, जिसे वे देश के लिए कुर्बान करने के

लिए तैयार हैं, उनके लिए परमात्मा से प्रार्थना की, कि हे परमात्मा ! इन्हें दीर्घायु और अच्छा

स्वास्थ्य प्रदान करें एक सैनिक अर्थात् अपने जीवन को भारत वर्ष के लिए भुगतान किया

जानेवाला blank cheque के सामान है |और उनकी महानता को न जानने वाले कई लोग हैं मैं

चाहता हूँ कि इस लेख के माध्यम से लोगों में सैनिकों के प्रति श्रद्धा जागे

भारत माता के इन वीर सपूतों को गौरव और सम्मान देना मतलब, हम अपने आपको ही आत्म

सम्मान दे रहे हैं |

हमें हमारे देश में ऐसे लोगों की आवश्यकता है जो अपने अच्छे कार्यों द्वारा सबको प्रेरणा प्रदान

करें|

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